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Kisan Chaupal Samajwadi party 29th-day Kisan Andolan latest update full day report.

किसान चौपाल

29 वे दिन की किसान आंदोलन में की गई गतिविधियां।

कृषि के तीनों कानूनों को लेकर पंजाब और हरियाणा राज्य के किसानो की सबसे ज्यादा नाराजगी है। लेकिन उत्तर प्रदेश के भी किसान नाराज है। इसी वजह से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में अपना वर्चस्व और भी मजबूत करने के लिए कृषि कानून से संबंधित किसानों के मुद्दे पर बीजेपी सरकार के खिलाफ सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म से लेकर सड़क तक मोर्चा खोले हुए हैं। कृषि कानून के विरोध में सपा कार्यकर्ता 25 दिसंबर 2020 शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के सभी गांव में बैठक लगाकर किसानों के साथ बातचीत करेंगे।

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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय अखिलेश यादव ने कहा है, कि किसानों के साथ बीजेपी सरकार में सबसे ज्यादा अन्याय हुआ है। समाजवादी पार्टी कृषि के तीनों कानूनों को खिलाफ गांव-गांव किसान घेरा कार्यक्रम करेगी। सपा पार्टी किसानों की अपनी पार्टी है। इस दौरान किसानों के संघर्ष में हम उनके साथ हैं। समाजवादी पार्टी किसान घेरा कार्यक्रम के माध्यम से किसानों तक समाजवादी पार्टी का समर्थन पहुंचाने के साथ समाजवादी सरकार की किसान कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित जानकारी देगी।

किसानों के साथ बातचीत।

किसान घेरा कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के मुख्य नेता गांवों में घेरा बनाकर कृषि के तीनों कानूनों के बारे में अलाव के साथ चौपाल में किसानों से बातचीत करेंगे. उनकी समस्याओं पर बातचीत करेंगे और उनके संघर्ष में खड़े होने का भरोसा दिलाएंगे. समाजवादी पार्टी ने इस कार्यक्रम के लिए अपने 132 मुख्य नेताओं और पदाधिकारियों को एक-एक गांव में बैठक लगाने की जिम्मेदारी दी है।

समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि नेता विरोधीदल विधानसभा राम गोविंद चौधरी बलिया में, सांसदों में शफीकुर्रहमान बर्क मुरादाबाद में बैठक लगाएंगे, एसटी हसन मुरादाबाद देहात में, चन्द्रपाल सिंह यादव झांसी में, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम लखनऊ में बैठक लगाएंगे, विशम्भर प्रसाद निषाद फतेहपुर में व पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव बदायूं के एक गांव में किसान घेरा बैठक में ये सभी पदाधिकारी शामिल होंगे। 

किसानों के आंदोलन के बहाने किसानों की नाराजगी का समाजवादी पार्टी राजनीतिक फायदा उठाने की तैयारी में है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय अखिलेश यादव भी किसानों के मुद्दे पर लगातार बीजेपी सरकार पर निशाना लगा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी कहते हैं, कि माननीय चौधरी चरण सिंह ने गांव और किसानों पर काम करने के लिए उनको बहुत अधिकार दिये है। चौधरी साहब ने ही सबसे पहले मंडी कानून बनाने की पहल की थी, लेकिन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार कृषि कानून लाकर उसे ही खत्म कर रही है। ऐसे में सपा किसान दिवस के मौके पर भारतीय मूल के सभी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। समाजवादी पार्टी नए जो कृषि कानून बने उनके खिलाफ शुरू से यही मांग कर रही है कि इन ऐसे कानूनों को खत्म किया जाए।

समाजवादी पार्टी के लिए सभी किसान क्यों अहम


समाजवादी पार्टी के लिए बहुत बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। ऐसे में किसानो के आंदोलन के पक्ष में समाजवादी पार्टी का खड़ा होना पार्टी के लिए मजबूरी बन गई है। वरिष्ठ पत्रकार माननीय अरविंद सिंह कहते हैं कि यूपी में किसान राजनीतिक तौर पर अहम भूमिका प्रदान करते हैं। सूबे के पश्चिम उत्तर प्रदेश में किसानों के अंदर गुस्सा और भी बढ चुका है। 2022 के विधानसभा के चुनाव में अब समय बहुत ही कम रह गया है, इसी दौरान बीजेपी सरकार किसान सम्मेलन के जरिए  समझाने में जुटी है। वहीं दूसरी ओर से, समाजवादी पार्टी किसानों के बीच  अपनी बैठक बनाने की कोशिश में है।

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